Sunday, December 14, 2008

नेता, अपराध और भ्रस्टाचार

भारत में दुर्भाग्य से इन तीनो (नेता, अपराध एवं भ्रस्टाचार) का अटूट सम्बन्ध है स्वतंत्रता के पश्चात से ही नेताओं के अपराध एवं भ्रस्टाचार पर अंकुश लगाने के स्थान पर इसे बढ़ाने का ही उपक्रम किया गया और अँधा बांटे रेबडी फिर फिर अपने को देय की कहावत को चरितार्थ करते हुए उन्हें अनावश्यक सुविधाएँ और विशेस अधिकार प्रदान कर दिए गए जिसके कारण भ्रष्ट एवं अपराधी प्रवृत्ती के जन प्रतिनिधियों की संख्या बढ़ने लगी और आज संभवता कोई भी जन प्रतिनिधि सामान्य सदाचार और सत्य निष्ठां के माप दण्डों पर खरा नही उतरता है इसी बात का जन आक्रोश अभी अभी सम्पूर्ण राष्ट्र में दिखाई भी दिया जन प्रतिनिधियों को हर स्थान पर विशेष कोटा देने की क्या आवश्यकता थी, आज अपराध और भ्रस्टाचार की जड़ संसद निधि है जिसमें हजारों करोड़ रुपये व्यर्थ में गैर योजना खर्च पर व्यय होता है या यों कहें कमीशन के रूप में जन प्रतिनिधियों कों बांटा जाता है उनके लिए न्याय व्यवस्था अलग सी प्रतीत होती है पहले एक जन प्रितिनिधि को हत्या का अपराधी पाया जाता है फिर कुछ समय पश्चात् बेदाग़ छूट जाते हैं और मंत्री बन जाते हैं एक अपराधी को कोलकोता में बलात्कार एवं हत्या के आरोप में म्रत्यु दंड दिया जाता है और महा महिम उसकी दया की भीख पर विचार करने से भी मना कर देते हैं वहीं एक आतंकी के परिवार को चाय पिलाई जाती है क्यों की उसकी पैरवी नेता लोग कर रहे थे उसी प्रकार के हत्या एवं बलात्कार के अपराध में एक जन प्रतिनिधि विचारा धीन हैं क्या उनक अपराध सिद्ध हो पायेगा निश्चित नहीयहाँ की पुलिश ने तो उनके निर्देश पर आई आई टी कानपुर के एक विद्यार्थी को ही अपराधी घोषित कर दिया था और उसका विवाह भी मधुमिता से दिखा दिया था उस पंडित को भी सामने कर दिया था जिसने विवाह करवाया था परन्तु जन विरोध के चलते वह बच्चा म्रतुदंड से बच गया था एक डकैत फूलन देवी की कहानी तो सब को ज्ञात है जिसे जन प्रतिनिधि की अनुसंशा पर अपराध मुक्त कर दिया गया आज जन सामान्य में यह धारणा बन गयी है की किसी भी छोटे या बड़े अपराध के पीछे किसी न किसी नेता का परोक्छ या अप्रोक्छ हाथ होता है जब तक जन प्रितिनिधियों को यह निधि मिलाती रहेगी और उन्हें विसेशाधिकार प्राप्त रहेंगे इस राष्ट्र का पतन होता ही जाएगा, सामान्य जन भी अपराधी एवं भ्रस्त होता जाएगा क्यों की वह अपने प्रतिनिधियों का ही अनुकरण करेगा

2 comments:

ज्योत्स्ना पाण्डेय said...

हिन्दी ब्लाग जगत में आपका हार्दिक स्वागत है ,टिप्पणी चिटठा पढ़ने के बाद करूंगी .मेरी शुभ कामनाएं आपके साथ हैं .................

मेरे ब्लाग पर आपका स्वागत है

Prakash Badal said...

swaagat khoob likhen