इराक में अमेरिका के राष्ट्रपति को एक पत्रकार ने जो जूते फ़ेंक कर मारे वह कोई महत्व पूर्ण घटना नही है कोई भी सर फिरा व्यक्ति किसी पर भी इस प्रकार का वार कर सकता है महत्त्व पूर्ण यह है की उसके पश्चात् उस घटना को आधार बना कर इन्टरनेट गेम बनाए गए और सम्पूर्ण दुनिया ने खूब जूते मारे भारतीय टीवी चैनलों ने इस घटना को खूब प्रचारित किया इस से ऐसा प्रतीत होता है की विश्व में अधिकांश लोग अमेरिका की विस्तार वादी नीतियों के विरुद्ध है और उससे नफरत भी करते हैं अमेरिका ने जिस प्रकार समय समय पर विश्व के तमाम राष्ट्रों को डराया ओर आक्रांत किया है, लोग उसके विरुद्ध हैं कभी खतरनाक हथियारों के बहाने तो कभी आतंक वाद के बहाने विएतनाम, रूस, अपफगानिस्तान, भारत,इराक, पाकिस्तान आदि राष्ट्रों पर धौंस जमाता रहा है या आक्रमण किया है उसी का यह आक्रोश है वास्तव में अमेरिका ही सबसे अधिक गैर जिम्मेदार राष्ट्र है जिसने दो बार परमाणु बम का प्रयोग किया और दूसरे राष्ट्रों को समझाता है तालिबान के रूप में आतंक का जन्म देने वाला आतंक को समाप्त करने की बात करता है खूंखार कुत्ते पालने वाले को यदि कभी कुत्ता काट भी ले तो कोई उसे मारता नही है, केवल कुत्तों से सावधान की तख्ती लटका देता है, उसी प्रकार अमेरिका भी तालिबान को कभी समाप्त नही करना चाहेगा उसका भय दिखा कर दूसरे देशों पर आक्रमण करेगा या उस राष्ट्र की जमीन पर अपनी सेनाएं उतार देगा
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment