Thursday, December 18, 2008

बुश को जूता

इराक में अमेरिका के राष्ट्रपति को एक पत्रकार ने जो जूते फ़ेंक कर मारे वह कोई महत्व पूर्ण घटना नही है कोई भी सर फिरा व्यक्ति किसी पर भी इस प्रकार का वार कर सकता है महत्त्व पूर्ण यह है की उसके पश्चात् उस घटना को आधार बना कर इन्टरनेट गेम बनाए गए और सम्पूर्ण दुनिया ने खूब जूते मारे भारतीय टीवी चैनलों ने इस घटना को खूब प्रचारित किया इस से ऐसा प्रतीत होता है की विश्व में अधिकांश लोग अमेरिका की विस्तार वादी नीतियों के विरुद्ध है और उससे नफरत भी करते हैं अमेरिका ने जिस प्रकार समय समय पर विश्व के तमाम राष्ट्रों को डराया ओर आक्रांत किया है, लोग उसके विरुद्ध हैं कभी खतरनाक हथियारों के बहाने तो कभी आतंक वाद के बहाने विएतनाम, रूस, अपफगानिस्तान, भारत,इराक, पाकिस्तान आदि राष्ट्रों पर धौंस जमाता रहा है या आक्रमण किया है उसी का यह आक्रोश है वास्तव में अमेरिका ही सबसे अधिक गैर जिम्मेदार राष्ट्र है जिसने दो बार परमाणु बम का प्रयोग किया और दूसरे राष्ट्रों को समझाता है तालिबान के रूप में आतंक का जन्म देने वाला आतंक को समाप्त करने की बात करता है खूंखार कुत्ते पालने वाले को यदि कभी कुत्ता काट भी ले तो कोई उसे मारता नही है, केवल कुत्तों से सावधान की तख्ती लटका देता है, उसी प्रकार अमेरिका भी तालिबान को कभी समाप्त नही करना चाहेगा उसका भय दिखा कर दूसरे देशों पर आक्रमण करेगा या उस राष्ट्र की जमीन पर अपनी सेनाएं उतार देगा

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